#उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को आईआईटी परिसर पर बने हेलीपैड पर उतरे।
कानपुर:- उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथशनिवार को आईआईटी परिसर पर बने हेलीपैड पर उतरे और आईआईटी एल्युमिनाई एसोसिएशन, इंटरप्रेन्योर सेल व सिडबी इनोवेशन एंड एक्यूबेशन सेंटर की ओर से आयोजित स्टार्टअप मास्टर क्लास के कार्यक्रम में भाग लिया। यहां उन्होंने आईटीएन्स के साथ रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन, स्वच्छता, प्रदूषण, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि पर आधारित स्टार्टअप के प्रेजेटेशन देखा और उनके बारे में जानकारी की। इस दौरान आईटीएन्स को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि भगवान श्रीराम ने अपने पिता को दिए वचन को निभाने के लिए 14 वर्ष का वनवास काटकर फिर से अयोध्या लौटे और अपने प्रजा की सेवा की। इसी तरह आप भी आईआईटी की शिक्षा के बाद कहीं भी नौकरी करें, लेकिन वहां से जल्द अपने देश वापस आएं और तकनीक के जरिए गांव, कस्बों और शहरों के विकास में अपना योगदान दें। सीएम ने कहा कि दक्षिण कोरिया के तानाशाह किम जोंग का जिक्र करते हुए कहा कि अगर टेक्निलॉजी अगर गलत हाथ में चली जाती है तो वह विनाश करती है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे नेता के हाथों में आती है तो लोगों का उत्थान करती है।
दक्षिण कोरिया के तानाशाह किम जोंग का किया जिक्र
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ करीब 12ः30 पर आईआईटी पहुंचे। यहा पर आईआईटी एल्युमिनाई एसोसिएशन, इंटरप्रेन्योर सेल व सिडबी इनोवेशन एंड एक्यूबेशन सेंटर की ओर से आयोजित स्टार्टअप मास्टर क्लास में भाग लिया। इस दौरान सीएम ने इसके बारे में आईआईटी के प्रोफेसरों, वैज्ञानिकों और स्टूडेंट्स से चर्चा की। सीएम एक घंटे तक रूककर रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन, स्वच्छता, प्रदूषण, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि पर आधारित स्टार्टअप के प्रेजेंटेशन देखा। सीएम ने आईटीएन्स के समक्ष जमकर बोले और गाय, गंगा, स्वच्छता, विकास, टेक्निलॉजी पर बोले। सीएम ने कहा कि तकनीकि हासिल करने के बाद आप पैसे कमाने के लिए विदेश के बजाय भारत में हमना हुनर दिखाएं। यहां भी कई बड़ी-बड़ी कंपनियां हैं, जो आपकों बेहतर रोजगार और अच्छा प्लेसमेंट देंगी। अगर विदेश में भी जाएं तो वहां से जो कुछ सीख कर आएं उसे अपने राज्य के शिक्षण संस्थानों में बांटे। सीएम ने कहा कि दक्षिण कोरिया का तानाशाह शासक टेक्निलॉजी के बल पर लोगों को डरा रहा है और इसके चलते इंनानियत को बड़ा खतरा है। अगर टेक्निलॉजी अच्छे हाथों में होती है तो वह विकास के काम आती है।
कानपुर में बहुत मैली है गंगा
सीएम ने फिर से कानपुर की गंगा पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि कानपुर के रास्ते प्रयागराज को गंगा गई है। इसलिए यहां का गंदा जल कुंभ में खलल डालेगा। इसलिए हम कानपुर के लोगों के साथ ही प्रशासनिक अमले और तकनीकि संस्थानों के अलावा छात्र व छात्राओं से अपील करते हैं कि मिलकर मां गंगा को निर्मल बनाएं। गंगा में गिर रहे नालों को खत्म करने के लिए भी सीएम ने जिला प्रशासन को आदेश दिए। सीएम ने कहा कि जब हम बिठूर महोत्सव के लिए आए थे, तब गंगा मैली थी। इस पर हमने जिला प्रशासन को आदेश दिया था कि कुंभ के पहले गंगा को साफ कर दें, लेकिन अभी काम उतना नहीं हुआ। अगर आईटीयन्स इस काम को अपने हाथ में लेते हैं तो हमें विश्वास है कि मां गंगा का जल निर्मल हो जाएगा। सीएम ने कहा कि पिछली सरकारों ने गंगा के नाम पर आए पैसे की दुरूपयोग किया, इसी के कारण आज समस्या विकराल हो गई है।
60 हजार गांवों को स्टर्प से जोड़ा जाएगा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेक-इन-इंडिया के गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए लगे हुए हैं। हमारी सरकार भी उसी रास्ते पर बढ़ रही है। यूपी सरकार प्रदेश के 60 हजारों गांवों को स्टर्पअप और मेक-इन-इंडिया के तहत जोड़ेगी। वहां पर तकनीकि को पहुंचाया जाएगा। जिससे कि ग्रामीणों को घर बैठे रोजगार मिल सकेगा। साथ ही सरकार की योजनाओं की उन्हें जानकारी मिलेगी। इन 60 हजार गांवों को पूरी तरह से तकनीकि से दक्ष किया जाएगा। शहरों की तरह इन्हें चमकाया जाएगा। हम आईआईटी के स्टूडेंट्स से अपील करते हैं कि इन गांवों में जाकर लोगों को हाईटैक बनाएं। सीएम ने आईआईटी कानपुर के कुछ छात्रों की प्रशंसा की। सीएम ने कहा कि बिठूर और सिंहपुर गांवों में आईआईटी के स्टूडेंट्स बच्चों को पढ़ा रहे हैं। किसानों को उन्नत किस्म की खेती से दक्ष कर रहे हैं, जो सराहनीह है।
जातिवाद-परिवारवाद से मिली निजाद
सीएम ने कहा कि प्रदेश में पिछले कई वर्षों तक जातिवाद और परिवारवाद की सरकारों का कब्जा रहा। जिसके कारण प्रदेश गर्त में चला गया। लेकिन जब से भाजपा सत्ता में आई, तब से करप्शन और नौकरशाह पर नेकल कसी गई है। अब एक खास तबगे व जिले के युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही। जो शिक्षा में अव्वल है उसे ही नौकरी दी जा रही है। भाजपा सरकार ने सरकारी नौकरियों में पार्दशिता लाने के लिए तकनीकि का सहारा लिया है, जिसका परिणाम यह रहा कि टीचरों की भर्ती में सिर्फ पढ़ने वाला ही नौकरी पा सका है। अब किसानों को अपने बेटों की नौकरी के लिए खेत नहीं बेचने पढ़ रहे है। अगर वह पढ़ाई में अव्वल है तो उसे जॉब सौ फीसदी मिलना तय है। सीएम ने कहा कि चाहे स्टूडेंट्स हो या टीचर या अन्य विभागों में काम करने वाले युवा, सबको अपनी जननी के लिए कुछ न कुछ करना चाहिए।
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