पर लगे ट्राफिक सिग्नल में अबतक क्यों नहीं लगे टाइमर
कानपुर:-8जून
इन दिनों कानपुर शहर की ट्राफिक व्यवस्था को सुधारने के लिये शासन प्रशासन जोर शोर से काम कर रहा है।ट्राफिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिये कानपुर के हर छोटे बड़े चौराहे पर नये ट्राफिक सिग्नल लगाये गये थे। पर इन सिग्नल के साथ टाइमर आजतक नहीं लगाये गये टाइमर का मतलब यदि किसी चौराहे पर कोई लाइन(सड़क )खुलने वाली है तो अचानक हरे सिग्नल का इस्तेमाल किया जा रहा है ऐसे में कोई वाहन चालक हरा सिग्नल देखकर समाप्त समय सीमा पर चौराहा पार करने लगता है उसी समय अचानक दूसरी साइड का ग्रीन सिग्नल होते ही उस तरफ से वाहन तेज रफ्तार से आगे बढ़ते है और पिछले साइड से आ रहे वाहन से आपस में टकरा जाते जो कभी कभी जानलेवा भी साबित होता है।
इन सिग्नलों में तीन कलर की लाइट लगाई गई है.हरी.लाल.और पीली हरा और लाल रंग का मतलब तो सभी जानते है पर पीले रंग की लाइट का मतलब बहुत कम लोग जानते है। पीले रंग का मतलब तैय्यार हो जाओ आपकी साइड खुलने वाली है । ये पीली लाइट टाइमर का ही काम करती है पर जानकारी का अभाव होने की वजह से कई वाहन चालक इसका मतलब नहीं समझते और अधिकतर देखा गया है की चौराहों पर पीले सिग्नल का प्रयोग भी कम ही किया जाता है।
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