उरई से विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट
उरई। कर्मो की गति बड़ी गुह्य होती है। कर्मो के आधार पर ही संसार चलता है। अपने कर्मो से मनुष्य धनवान या कंगाल बनता है। और इनके परिवर्तन से हम अपराध मुक्त होते हैं। उक्त विचार प्रजापति ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू राजस्थान से आए राजयोगी ब्रम्हकुमार भगवान भाई ने जिला कारागार में ब्यक्त किए।.
मालूम हो कि यहाँ के बन्दियों को सकारात्मक, तनाव मुक्त, जीवन शैली के लिए स्थानीय ब्रम्हकुमार ध्यान योग के लिए जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा द्वारा समय समय पर कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं।
उक्त अवसर पर भगवान भाई ने बताया कि कर्मो में परिवर्तन लाने के लिए ज्ञान और समझ की आवश्यकता होती है कोई भी प्राणी संसार में गलत संगत, नशा ब्यसन, लोभ लालच क्रोध तनाव या विपरीत परिस्थितियों में अपराधी बनता है। इस लिए इन बुराइयों से दूर रहने की जरूरत है। कार्यक्रम के अंत में जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने भगवान भाई के अलावा स्थानीय इकाई की प्रभारी मीना वहिन व अन्य अतिथियों का जेल में कार्यक्रम करने का धन्यवाद व आभार प्रकट किया।.
समापन भाषण में श्री शर्मा ने कहा कि ब्यसनों से क्षणिक सुख तो मिल सकता है किन्तु इसका परिणाम दुखद होता है। इसलिए सभी बन्दी भाई भाग्यशाली है जो जेल में रह कर समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से समय समय पर मार्ग दर्शन होता रहता है। जिससे आप रिहा होने के बाद अपना सुधार कर सकें। इस मौके पर सुनीत कुमार सिंह, राघवेंद्र सिंह, बसंत कुमार शर्मा व बन्दी उपस्थित रहे।
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