उरई से विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट ।.
उरई। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में बनी पांच टीमों ने दिन रात परिश्रम के बाद आटा थाना क्षेत्र के ग्राम संदी में हुए हत्याकांड का खुलासा करते हुए चार अभियुक्तों को गिरफ्तार करने मे सफलता प्राप्त की है। पकड़े गए अभियुक्तों ने पूछताछ में जुर्म को स्वीकार करते हुए पुरानी रंजिश बताया है।.
पिछले दिनों ग्राम संदी में अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया था। जिसके अनावरण के लिए पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में एएसपी सुरेन्द्र नाथ तिवारी के नेतृत्व में थाना आटा के अलावा कालपी, कदौरा, चुर्खी, स्वाट टीम एवं सर्विलांस सेल का गठन किया गया था। विवेचना में प्राप्त साक्ष्य एवं मजरूहों के बयान व सर्विलांस के आधार पर अभियुक्त गण अल्ला रक्खू, चांद बाबू उर्फ बीराना, आसिफ, सोहेल निवासी गण ग्राम संदी हाल निवासी मु0 इस्लामाबाद कस्बा व थाना कदौरा जिला जालौन प्रकाश में आए। आज दिनांक 3/8/18 को मुखबिर की सूचना पर प्रकाश मे आए अभियुक्त गण अल्ला रक्खू, चांद बाबू उर्फ बीराना, आसिफ व सोहेल को ग्राम इटौरा के विवेकानंद चौराहे से गिरफ्तार किया गया। जिन्होंने इस घटना के जुर्म से इकबाल करते हुए जुर्म शरीक होना बताया। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त दो अदद मोटर साइकिल, चार अदद तमंचा देशी 315 बोर 10 कारतूस, बरामद किए गए। इस घटना से दो दिन पहले 29/7/18 को रात के 12 बजे मकसूद को गोली मार दी थी। इस संबंध में आटा थाने में 147/148/149/307 में मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमे जो आरोपी बनाए गए थे वह असत्य पाए गए। इस घटना को भी इन्हीं अभियुक्तों ने अंजाम दिया था।.
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उनके परिवार माता-पिता के साथ मकसूद ने नाइंसाफी करके जमीन व मकान पर कब्जा कर लिया था। और मेरे पिता की मकसूद ने मारपीट कर हत्या कर दी थी। और भी कई बार मकसूद हमारे परिवार के साथ ज्यादतियों करता था। जिस कारण हम लोग गांव छोड़ कर कदौरा रहने लगे थे। और मकसूद को मारने की कोशिश में लगे रहते थे। चूँकि आजाद भी उसका साथ देता था। इसलिये दोनों को मारने के लिए लगे हुए थे। पिछले दिनों मकसूद को गोली मारने के साथ ही आजाद को भी मारने की योजना थी किन्तु बारिश के कारण नही हो सका। इस लिए 31/7/18 को हमने आजाद को गोली मार दी। इस तरह फिर हमे रास्ते में जो मिला जीशान, बालाप्रसाद आदि को गोली मार दी जिससे हमे कोई पहचानने वाला न बचे।.
इस घटना का अनावरण करने मे आटा थानाध्यक्ष आनंद कुमार सिंह, निरीक्षक बृजनेश यादव स्वाट टीम प्रभारी, उपनिरीक्षक मतीन खां सर्विलांस टीम आदि की भूमिका मुख्य रही।.
घटना का शीघ्र अनावरण करने के लिए एडीजीपी कानपुर अविनाश चन्द्र ने पुलिस टीम को 50 हजार रुपये नकद पुरस्कार से पुरष्कृत किया गया है।
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