विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट।
उरई।इलाहाबाद बैंक आरसेटी जालौन द्वारा बन्दियों को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से35 बन्दियों को दस दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण(बेकरी प्रशिक्षण) का शुभारंभ अपर जिलाधिकारी पी के सिंह के मुख्य आतिथ्य व जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।इस अवसर पर आरसेटी के निदेशक उमेश मिश्रा ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए ऊसकी गुणवत्ता के बारे में बन्दियों को बताया।उन्होंने इस अवसर पर स्वरोजगार की महत्ता का वर्णन करते हुए आने वाले समय में समाज की मुख्य धारा से जुडऩे का माध्यम बताया।
अपर जिलाधिकारी पी के सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि बन्दी भाई सकारात्मक ऊर्जा का प्रयोग कर इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं।उन्होंने बन्दियों से कौशल विकास से जुडने का आवाहन किया,जिससे वह कारागार से मुक्त होकर स्वरोजगार से जुडकर जीवकोपार्जन कर सकते हैं।जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने कहा कि आरसेटी द्वारा इस तरह के स्वरोगारोन्मुख कार्यक्रम से बन्दियों के जीवन स्तर मे सुधार होने के साथ वह अपने परिवार को आर्थिक सहयोग प्रदान कर सकते हैं।उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण के बाद बनने वाले उत्पाद को किसी बाहरी ऐजेंसी द्वारा विपणन की ब्यवस्था भी की जा रही है।जिससे जेल में रहते हुए भी बन्दी जन अपनी आय का सृजन कर सकते हैं।कार्यक्रम का संचालन आरसेटी फेकल्टी रोहित त्रिपाठी ने किया।अंत में उप कारापाल बसन्त कुमार शर्मा ने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें