ओवैसी ने कहा कि जय श्री राम और वंदे मातरम के नारे नहीं लगाने पर लोगों को पीटा जा रहा है और ऐसी घटनाएं रुक नहीं रहीं हैं. ओवैसी ने ये भी कहा कि इसका निशाना केवल मुसलमानों और दलितों को बनाया जा रहा है. इन सभी को पीछे उन्होंने संगठनों को जिम्मेदार ठहराया जो संघ परिवार से जुड़े हुए हैं.
इससे पहले भी ओवैसी बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साध चुके हैं. ओवैसी ने कहा था कि मॉब लिंचिंग की घटनाएं नहीं रुक सकतीं क्योंकि बीजेपी और आरएसएस ने लोगों के दिमाग में मुस्लिमों के प्रति नफरत की भावना बढ़ा दी है. लोगों के दिमाग में यह बात सफलतापूर्वक बैठा दी गई है कि मुस्लिम आतंकी, देशद्रोही और गो-हत्यारे होते हैं.
ओवैसी ये भी कह चुके हैं कि ‘पीट-पीट कर मार डालना (मॉब लिंचिंग) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विरासत है. मोदी को भारतीय इतिहास में मॉब लिंचिंग के लिए याद रखा जाएगा, क्योंकि उनके कार्यकाल में इस तरह की सबसे ज्यादा घटनाएं हुई हैं. उन्होंने मीडिया से कहा था कि ये घटनाएं हमेशा मोदी को डराएंगी, क्योंकि प्रधानमंत्री के रूप में वे इसे रोक नहीं सके.
बता दें कि पिछले दिनों झारखंड में एक मुस्लिम युवक को भीड़ ने पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया. इस दौरान उससे कथित रूप से जबरदस्ती जय श्रीराम और जय हनुमान के नारे भी लगवाए गए. वहीं, पहलू खान का मुद्दा भी एक बार फिर गरमा गया है. अलवर में अप्रैल 2017 में 55 साल के पहलू खान की कथित गोरक्षकों की भीड़ ने उस समय पीट-पीटकर हत्या कर दी थी, जिस समय वह राजस्थान में गाय खरीदने के बाद हरियाणा जा रहे थे
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