पप्पू यादव की रिपोर्ट
जूही पुलिस से अगर यारी है, तो वारंटी कोर्ट पर भारी है
कानपुर। एक तरफ तो सूबे की BJP सरकार अपराध और अपराधियों पर सख्ती करने की बात कहती है वहीं दूसरी तरफ कानपुर पुलिस NBW के वारंटियों को खुला घूमने की छूट दे रही है। ताज़ा मामला जूही थाना क्षेत्र का है यहां दो हजार सोलह और सत्रह में पत्रकार पप्पू यादव के ऊपर जानलेवा हुआ था। जूही थाने में एफआईआर दर्ज हुआ। आरोपी शीला, मीना, रूबी, नीतू, नदीम, शरीफ, अभिषेक और रवि मिर्ची लगभग 9 आरोपी बनाए गए ।
मामला न्यायालय में चल रहा था, हाज़िर न होने के कारण सभी आरोपियों के खिलाफ न्यायालय से एनबीडब्ल्यू जारी हुआ, लेकिन जूही पुलिस के संरक्षण में सभी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं।
जूही थाने की पुलिस न्यायालय के आदेश को भी खेल समझती है। आरोपीगण पीड़ित पत्रकार को धमकी देते फिरते हैं, उनका कहना है कि पत्रकार पप्पू यादव ने एसपी से लेकर डीजीपी, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से लेकर प्रेस काउंसिल तक दौड़ लगा ली पर हमारा क्या बिगड़ लिया। जब तक जूही थाने में हमारी सेटिंग है तब तक कानपुर कोर्ट क्या सुप्रीम कोर्ट भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती है।
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