पब्लिकस्टेटमेंट न्यूज़ से अमित कौशल
आज 13 अप्रैल 2020 ,प्रधान मंत्री मोदी जी के स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत के अभियान को पलीता लगाते दूध वाले ।
देश के प्रधानमंत्री खाध्य पदार्थों की जाँच व उत्पादन के लिये चाहे कितनी ही देशी - विदेशी और उन्नत तकनीको का प्रचार प्रसार करें पर हमारे दुग्ध उत्पादक व विक्रेताओं को दूध की गुणवत्ता जाँच का एक ही तरीका आता है और वह है अपने हाँथ को दूध के बर्तन में डुबोना फिर उसे अपने हाँथो में मसलना , ग्राहक यह भी जानने का प्रयास नही करता के हाँथ डालने वाला सुरक्षित है ,किसी बीमारी से ग्रसित है अथवा वह दूध जो खरीद रहा है क्या वह शुद्ध है । क्या यह सब खाद्य अधिकारीयों की जानकारी में नही है अथवा उन्होंने स्वार्थ वश अपनी आंखे बंद रखी हैं।
आज के महामारी के दौर में जहां प्रशासन आम जनता के बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा रहा है वहीं इन दूध मंडियों,सब्जी मंडीयों व किराना बाजारों में होने वाली भीड़ व जाम का आलम महसूस ही नहीं होने देता कि देश मे लॉक डाउन है एवं दिनों दिन स्थिति और अधिक भयावय होती जा रही है।
व्यापारी हो या ग्राहक सभी अपनी सुरक्षा से अनभिज्ञ मास्क,दस्ताने ,सेनिट्राइजर व सोशल डिस्टेंस के बिना भीड़ का हिस्सा बने हुए दूसरे को ज्ञान देते नजर आते हैं और प्रशासन मूक दर्शक बन खड़ा रहता है
हमारी सभी से अपील है कि सब घर पर रहे और इस महामारी से सुरक्षित रहें।
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