सर्वदलीय बैठक से पहले गृहमंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा मौजूद रहे। सर्वदलीय बैठक से पहले हुई इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर आवास से निकलने से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मैं बैठक में शामिल होने के लिए जा रहा हूं। मैं वहां मांगों को रखूंगा और फिर आपसे बात करूंगा। महबूबा मुफ्ती अपनी पार्टी की अध्यक्ष हैं उन्होंने जो कहा उस पर मैं क्यों बोलूं।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के साथ यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब एक दिन पहले ही परिसीमन आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जम्मू-कश्मीर के सभी उपायुक्तों के साथ मौजूदा विधानसभा क्षेत्रों के पुनर्गठन और सात नई सीटें बनाने पर विचार-विमर्श किया था। परिसीमन की कवायद के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सीटों की संख्या 83 से बढ़कर 90 हो जाएगी। ज्ञात हो कि पांच अगस्त 2019 को जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया गया था और राज्य को जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख के रूप में दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया था।
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