टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। परियोजना की लागत लगभग तीन हजार करोड़ रुपये है, लेकिन काम आगे नहीं बढ़ सका क्योंकि पिछले रेल बजट में इसके लिए केवल 25 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। सिंधिया ने कहा कि यह ट्रैक ग्वालियर, मुरैना और श्योपुर जिले के लाखों नागरिकों के लिए जीवन रेखा के समान है और ट्रेन का संचालन बंद होना उनके लिए समस्या पैदा कर रहा है। उन्होंने पत्र में रेल मंत्री से कहा कि बजट के अभाव में इस काम को तेजी से पूरा करना संभव नहीं है।
इसलिए आपसे अनुरोध है कि गेज परिवर्तन के लिए आवश्यक बजट को मंजूरी देने की कृपा करें ताकि उक्त रेल खंड पर काम को तेजी से पूरा किया जा सके और यात्री ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू किया जा सके। उन्होंने कहा कि रेलवे को वित्तीय वर्ष 2021-22 में ग्वालियर-श्योपुर ब्रॉड गेज रेल परियोजना के तहत रायरू से सबलगढ़ तक ट्रैक तैयार करना था साथ ही दस बड़े पुलों, 112 छोटे पुलों और 24 नए स्टेशनों का निर्माण का भी होना है।
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