#पैसा देख मां ने भी अपना काम बदल लिया और बेटे के गैंग में शामिल हो गई।
कानपुर:-पति की मौत के बाद गीता अपने 18 साल के बेटे करिया को लेकर कानपुर आ गई। महिला लोगों के घरों पर काम करती तो करिया रिक्शा चलाकर पेट भरते। लेकिन करिया ने रिक्शे का हैंडिल छोड़ जरायम की दुनिया में कदम रख दिया। उसने पहली चोरी रमईपुर में की और पैसा मां को दिया। पैसा देख मां ने भी अपना काम बदल लिया और बेटे के गैंग में शामिल हो गई। वह लोगों के घरों में साफ-सफाई का काम मांगने जाती। काम मिलते की वह घर की रेकीकरती और बेटे को वारदात को अंजाम देने के लिए हरी झंडी दिखा देती। करिया अपने दो अन्य साथियों के साथ लोगों के घर पर घुस जाता और वहां पर रखे पैसे, जेवरात पार कर ले जाता। देरशाम नौबस्ता पुलिस ने महिला व उसके बेटे को अरेस्ट कर लिया। इनके पास से पुलिस ने 147500 रुपये के साथ तीन मोबाइल व् एक अंगूठी बरामद की है।
मां बेटे संचालित कर रहे थे गैंग
नौबस्ता पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है जो घरों पर काम करती थी। इसके बाद मौका देखकर अपने बेटे व उसके साथियों के साथ मिलकर कैश व कीमती जेवरात साफ़ कर के फरार हो जाती थी। महिला की निशानदेही पर पुलिस ने महिला के बेटे करिया और उसके दो साथी जीतेन्द्र पासवान और सनी ने गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना करिया व उसकी मां गीता थी। एसपी साउथ अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि गीता नाम की महिला, जो लोगों के घरों में काम करती है। महिला काम के दौरान परिवार के सदस्यों पर भरोसा कायम करती है और पूरे घर की रेकी भी कर लेती थी। इसके बाद वह अपने बेटे को फोन के जरिए वारदात को अंजाम देने के लिए बुलाती। बेटे रिक्शे में अपने दो साथियों के साथ आता और घर में रखे पैसे व जेवरात को पार कर ले जाता।
ऐसे लगे पुलिस के हत्थे
एसपी साउथ अशोक वर्मा ने बताया कि 27 जनवरी को संजय गांधी नगर में पवन गुप्ता की कार से बैग उड़ाने और पशुपति नगर में 2 फरवरी को लता गुप्ता क ेघर में र्हुई चोरी के मामले में चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम लगाई गई थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मूलरूप से उन्नाव के अजगैन निवासी नितीश उर्फ करिया कोरी को मछरिया से उठाया, जो राजीव विहार में मां गीता केस ाथ रहता है। पूछताछ में नितीश ने दोनों घटनाओं को अंजाम देने की बात कबूल की। उसने बताया कि उसने पशुपति नगर निवासी सनी और चंदीपुरवा के जितेंद्र के साथ मिलकर दोनों घटनाओं को अंजाम दिया था। इसके बाद पुलिस ने उन्हें भी उठाकर पूछताछ की तो यह बात सामने आई कि नितीश की मां रेकी करती है। इसके बाद वे लोग चोरी करते हैं।
काम के बहाने करती थी रेकी
आरोपी महिला संजय गांधी नगर के पवन गुप्ता और पशुपति नगर निवासी लता के यहां काम करती रही है। एसपी साउथ ने बताया कि लता गुप्ता के घर से उड़ाए गए लाखों के जेवर के बारे में पूछातछ की गई तो गीता ने बताया कि पकड़े जाने के डर से उसने जेवर को नाले में फेंक दिया है। एसपी के मुताबिक मां और बेटे ने पांच दर्जन से जयादा चोरी की वारदातें की हैं। पुलिस को इस गैंग की बहुत दिनों से तलाश थी। करिया छह माह पहले पुलिस की नजर में आया था, लेकिन पुख्ता सबूत नही होने के चलते वह बच निकला।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें