26 साल के मदरसा टीचर ने दावा किया है कि जय श्री राम नहीं कहने की वजह से उसे चलती ट्रेन से फेंक दिया गया। उसने आरोप लगाया कि ट्रेने में इन लोगों ने उसे बुरी तरह पीटा। ये घटना 20 जून(गुरुवार) की है। उसने बताया कि गुरुवार की दोपहर को जब वो ट्रेन से साउथ 24 परगना से हुगली जा रहा था। उस दौरान उसके साथ ये घटना हुई। रेलवे इस मामले की जांच कर रहा है। हालांकि अभी तक इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
'मेरे बचाव में कोई नहीं आया'
पीड़ित की पहचान हाफिज मोहम्मद शाहरुख हलदर के तौर पर हुई है। हलदर ने बताया कि मैं ट्रेन से हुगली जा रहा था। इस दौरान एक समूह ट्रेन के डिब्बे में जयश्री राम का नारे लगा रहा था। उन्होंने मुझसे भी नारे लगाने को कहा। मेरे इनकाकर करने के बाद उन लोगों ने मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी। ट्रेन में मौजूद कोई शख्स मेरा बचाव करने नहीं आया। यह घटना उस समय हुई जब ट्रेन धकुरिया और पार्क सर्कस स्टेशन के बीच थी। उन्होंने मुझे पार्क सर्कस स्टेशन पर ट्रेन से बाहर फेंक दिया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने मेरी मदद की।
'पीड़ित को आई मामूली चोटें'
रेलवे पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक पीड़ित हाफिज मोहम्मद शाहरुख हलदर को मामूली चोटें आई हैं और उन्हें चित्तरंजन अस्पताल ले जाया गया। वहां उनका सही तरीके से इलाज कराया गया। ऐसा लगता है कि ट्रेन में चढ़ने और उतरने के दौरान उनके साथ हिंसा हुई। यहां पर दो से तीन लोग और थे, जिन्हें मामूली चोटें आई हैं। जांच जारी है और इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। हलदर के अनुसार, घटना ट्रेन नंबर 34531 (कैनिंग- सियालदाह) में हुई। साउथ 24 परगना के बासंती निवासी हलदर ने बताया कि वो शिकायत दर्ज कराने के लिए पहले तोपसिया थाने गया था। जहां उसे बताया गया कि ये जीआरपी थाने का मामला है। रेलवे पुलिस ने बताया कि बैलीगंगे रेलवे स्टेशन पर अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा धारा 341, 323 , 325, 506 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया। रेलवे पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे पहचान होने के बाद बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे
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