विष्णु चंसौलिया।
उरई( जालौन ) कालपी के यमुना तट स्थित किलाघाट के समीप पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के समीप झाड़ियों में पड़ी 50 वर्षीय अधेड़ महिला की रक्तरंजित लाश देखकर सुबह टहलने वाले राहगीरों में अफरातफरी मच गई तथा घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली प्रभारी निरीक्षक व पुलिस उपाधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की तथा मृतका की पुत्री के प्रार्थनापत्र के आधार पर एक युवक के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर लिया है तथा मुख्य आरोपी के अलावा इस हत्या काण्ड में शामिल उसके एक साथी आरोपी को भी पुलिस ने घटना के कुछ घंटे बाद ही गिरफ्तार करने की सफलता हासिल की। वही मामला अत्यंत संवेदनशील होने के कारण जनपद के पुलिस अधीक्षक स्वामी प्रसाद व अपर पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह छह बजे के करीब कालपी के बिहारी जी घाट में घूमने वाले राहगीरों को पातालेश्वर मन्दिर के समीप स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के समीप स्थित झाड़ियों में रक्तरंजित एक अधेड़ महिला की लाश दिखाई पड़ी।जिसकी सूचना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सुधाकर मिश्रा को दी गई वह तत्काल प्रभाव से एसएसआई अरुण तिवारी,हल्का इंचार्ज मंसूर अली रामगंज चौकी प्रभारी विजय द्विवेदी, उपनिरीक्षक सर्वेश कुमार सहित पुलिस उपाधीक्षक संजय कुमार शर्मा भी दल बल के साथ पहुंच गये। तथा मौके पर पड़ी मिली लाश के पास से एक पर्स जिसमें बिछिया व कान के टाप्स के अलावा मिला एक कागज का टुकड़ा जिसके आधार पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो उसकी लड़की का पता चला जिससे पुलिस ने काफी गहन पूछताछ की। लड़की ने श्रीमती गुर्रो देवी को अपनी मां के रूप में पहचान की तथा कालपी कोतवाली पुलिस को दिये गये प्रार्थनापत्र में ज्योति देवी पुत्री लल्लू निवासी सदर ने बताया कि वह अपनी मां गुर्रो देवी के साथ सदर बाजार में रहती हैं।छग्गें पुत्र रामगोपाल निवासी राजेपुरा कालपी अक्सर मेरे घर आते थे।छग्गें ने मुझे मेरी मां को बिना बताए दो वर्ष तक सोनीपत में रखा था। फिर हम दोनों वापस आ गये तो मेरी मां ने विरोध किया तथा उसका आना जाना कतई पसंद नहीं था जैसे दिये गये प्रार्थनापत्र के आधार पर आरोपी छग्गें पुत्र रामगोपाल निवासी राजेपरा कालपी के विरुद्ध मु0अ0स0 1860 धारा 201 व 302 के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया तथा आरोपी छंग्गें की तलाश में कई स्थानों पर दबिश मारने के साथ ही पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। वही जैसे ही घटना की जानकारी नगर वासियों को लगी शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। मामला चूंकि हत्या का था जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक स्वामी प्रसाद व अपर पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार सिंह व एसओजी टीम मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू की। लेकिन तब तक पुलिस ने मुख्य आरोपी छंग्गें सहित इस घटना में शामिल अन्य साथी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
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