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सोमवार, 25 मई 2020

आखिर देश की हकीकत बयां करने वाले पत्रकारों के बारे में क्यों नही सोचती सरकारें-डॉ प्रियंक शर्मा

पब्लिक स्टेटमेंट के लिए विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट।


उरई (जालौन)विश्वमानवाधिकार परिषद  के राष्ट्रीय अध्यक्ष यूथ प्रकोष्ठ डॉ प्रियंक कुमार शर्मा ने संस्थापक डॉ एम आर अंसारी के निर्देशानुसार प्रेस को जारी बयान में कहा कि पत्रकार जगत घोर आर्थिक संकट से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बीच केंद्र सरकार प्रयत्न कर रही है कि देश की अर्थव्यवस्था पुना पटरी पर आए इसके लिए केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ का पैकेज, देश की जनता को रोजगार एवं देश की अर्थव्यवस्था को पुनः पटरी पर लाने के लिए निर्धारित किया जिसके विषय में वित्त मंत्रालय विश्लेषण कर बता रहा है कि इस पैकेज से गरीब रेडी वाला लघु उद्योग एबं इंडस्ट्री वाला किस प्रकार लाभ प्राप्त कर सकता है इन सबके बीच एक वर्ग ऐसा है जिसके विषय में किसी भी सरकार ने किसी भी बजट में इस पर चर्चा नहीं की। बह है पत्रकार समाज। हालांकि प्रतिदिन देश का हर मंत्री पत्रकार को आजादी एवं उसके अधिकारों की रक्षा हो इस बात की दुहाई देता है परंतु उसका जीवन स्तर किस प्रकार उज्जवल बना रहे उसकी आर्थिक स्थिति किस प्रकार मजबूत हो इसके लिए किसी भी सरकार ने कोई विशेष आर्थिक पैकेज कभी नहीं दिया हालांकि कुछ राज्य सरकारों ने मामूली कानूनी प्रावधान बनाए जिनसे उनकी रक्षा हो सके परंतु उनकी आर्थिक स्थिति जस की तस है क्योंकि सोशल मीडिया के इस युग में समाचारों की प्रस्तुति ने अपना नया रूप ले लिया है।
जिसमें सोशल मीडिया एवं इंटरनेट का महत्वपूर्ण योगदान है ऐसे में समाचारों को प्रसारित करने का ढंग तीव्र हो चुका है जिस कारण इस व्यवसाय में बहुत से युबा आ रहे हैं परंतु इसी की आड़ में पत्रकारो के कर का शोषण भी लगातार हो रहा है लाखों ऐसे पत्रकार हैं जो मुफ्त में या चार-पांच हजार सैलरी पर काम करने को मजबूर हैं यह दुर्भाग्य का विषय है क्योंकि किसी भी देश की सरकार की सफलता का मुख्य स्रोत वहां के पत्रकारों की भूमिका होती है भारत का मजबूत लोकतंत्र और सरकार की मजबूती का कारण भी युवा पत्रकारों की टीम है जो सोशल मीडिया पर एक्टिव है और सरकार को हर कार्य हर जानकारी से अवगत करवा रही है और विश्व मे भारत की बात को मजबूती से पेश कर रही है ऐसे में जबकि लॉक डाउन के कारण हर नागरिक आर्थिक रूप से कमजोर हुआ है आज किसी भी संगठन, किसी भी राजनीतिक दल, किसी गैर राजनीतिक संगठन आदि ने पत्रकारों के विषय में कोई बात नहीं की आज की तिथि में पत्रकारों की स्थिति कैसी है उनके घर किस प्रकार चल रहे हैं इसके लिए किसी ने नहीं सोचा यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं क्योंकि मजबूत लोकतंत्र के लिए मजबूत पत्रकार का होना बहुत जरूरी है। इस मौके पर समाज सेवा अग्रणी रहने वाले युसुफ अंसारी व पत्रकार देवेन्द्र सिंह जादौन को प्रमाणपत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
इस मौके पर आईएएस जामा राष्ट्रीय सलाहकार,राष्ट्रीय महासचिव आशीष कौशिक,प्रदेश उपाध्यक्ष यूथ कुसुमलता सक्सेना,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोज यादव,जिलाध्यक्ष यूथ मृदुल साकेत नीखरा  ने पत्रकारों का आभार व्यक्त किया।

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