(पब्लिक स्टेटमेंट न्यूज) 06/12/2020 कानपुर।इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन कानपुर शाखा द्वारा एक पत्रकार वार्ता का आयोजन आई.एम ए. परिसर परेड कानपुर में किया गया । आई. एम ए.कानपुर की अध्यक्षा डॉ नीलम मिश्रा अध्यक्ष, आई०एम०ए० कानपुर के सचिव, डॉ0 दिनेश सिंह सचान तथा आई०एम०ए० कामपुर के पूर्व अध्यक्ष डॉ० एस०को0 मिश्रा, डॉ0 आर0एन0 चौरसिया, डॉ0 अर्चना भदौरिया एवं डॉ0 प्रवीन कटियार ने सम्बोधित किया तथा बताया कि भारतवर्ष आयुर्वेद पद्धति की जननी है । यूनानी भी यहीं से शुरू हुआ, जब पर्सियन यही आये और शुरू किये । इंडियन मेडिकल एसोसिएशन चिकित्सा शिक्षा में खिचड़ी तंत्र का विरोध करता है । चिकित्सा शिक्षा एक गुणवत्तापूर्वक शिक्षा होती है जिसमें चिकित्सक को अच्छा हुनर दिया जाता है एवं हर छोटी से छोटी विद्या को विज्ञान सम्मत तरीके से विकसित की जाती है । हमें डाक्टरों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ उनकी गुणवत्ता पर भी ध्यान देना है ताकि अच्छी क्वालिटी वाले चिकित्सक बने । इंडियन मेडिकल एसोसिएशन,मेडिकल शिक्षा में खिचडी तंत्र लाने का पूर्ण विरोध करती है तथा सरकार से अनुरोध करती है कि इस प्रकार की शिक्षा से चिकित्सकों की गुणवत्ता काफी कम हो जाएगी।
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