इस संबंध में एक अन्य सूत्र ने बताया कि उनका परिवार उपचार के लिए उन्हें कोलकाता ले जाने की योजना बना रहा था और राज्य के संस्कृति विभाग ने गायिका के इलाज के लिए कलाकार कल्याण कोष से एक लाख रुपये मंजूर किए थे। उड़िया फिल्म उद्योग या ओलीवुड ने भी मिश्रा के इलाज के लिए धन जुटाना शुरू कर दिया था। मिश्रा ने उड़िया फिल्म कुलनंदन से फिल्मों में गायन के क्षेत्र में करियर की शुरुआत की थी।
उन्होंने 150 से ज्यादा फिल्मों में अपनी सुरीली आवाज दी थी और दो दशक के अपने करियर में कई भजन भी गाए। उनके निधन के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्वीट किया, ‘‘लोकप्रिय उड़िया गायक तपू मिश्रा के निधन के बारे में जानकर बहुत दु:ख हुआ। वह एक गायिका के रूप में उड़िया संगीत जगत में हमेशा याद की जाएंगी। मैं उनके परिवार और दोस्तों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं।
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