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विष्णु चंसौलिया।
फिर से सड़क के किनारे लग गए गुम्मा बालू गिट्टी के डंप।
उरई (जालौन) जिला अधिकारी के कड़े रुख के बाद जनपद जालौन में अतिक्रमण हटाने के लिए एक जोरदार अभियान चला था लेकिन प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ अभियान कुछ ही दिन जोरों शोरों पर रहा फिर उसके बाद ना तो प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ अभियान दिखाई दिया ना प्रशासन के अधिकारी बालू गिट्टी के दुकानदारों ने फिर से सड़क पर बालू गिट्टी के डंप लगा कर सड़कों पर अवैध कब्जे कर लिए सड़क किनारे लगे बालू गिट्टी के ढेरों से लोगों को फिर से हादसे का डर सताने लगा।
बताते चलें कुछ दिनों पहले शिक्षा पर हो रही बैठक में जिला अधिकारी डॉ मन्नान अख्तर ने उनके बंगले के सामने लगे बालू गिट्टी के डंपो पर कड़ी नाराजगी जताई थी बालू गिट्टी के डंपो को हटाने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट व ठेकेदार के बीच हाथापाई भी हुई थी उसके बाद प्रशासन ने जिले भर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर सड़क किनारे बालू गिट्टी के ढेरों को हटवा कर सड़कों को साफ करवाया था लेकिन बालू गिट्टी के विक्रेताओं ने प्रशासन के अभियान की धज्जियां उड़ाते हुए सड़क किनारे फिर से बालू गिट्टी के ढेर लगाकर प्रशासन के अभियान को चुनौती दे दी अब देखना होगा क्या बालू गिट्टी के विक्रेताओं द्वारा दी गई चुनौती को प्रशासन स्वीकार करेगा और उनके खिलाफ फिर से अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई कर उनके खिलाफ चालान भरेगा या फिर प्रशासन अपने अभियान को ठंडा कर फिर से शांत बैठ जायेगे सड़क किनारे बालू गिट्टी का ढेर लगाने का सिलसिला आज से नहीं कई सालों से है बालू गिट्टी के विक्रेता सड़क किनारे बालू मिट्टी के ढेर लगाकर वही अपनी दुकान चलाते और इनके ढेरों से कई बार हादसे हो चुके क्योंकि बालू गिट्टी धीरे धीरे सड़क किनारे से सड़क पर आ जाती और फिर इस पर फिसल कर सड़क पर गिर पड़ते सड़क किनारे लगे बालू गिट्टी के ढेरों से कई बड़े हादसे भी होते रहते हैं।
शहर में कहां-कहां लगे बालू गिट्टी के ढेर:
_पूरे उरई शहर के अंदर बालू गिट्टी विक्रेताओं ने जगह-जगह ढेर लगाया रखे हैं देखा जाए तो झांसी रोड से लेकर कोच बस स्टैंड तक बालू गिट्टी विक्रेताओं ने सड़क पर अपना कब्जा कर रखा और बस स्टैंड से काशीराम कॉलोनी तक बालू गिट्टी विक्रेताओं ने कब्जा कर रखा वहीं अगर देखा जाए तो कालपी चुंगी झांसी चुंगी कोच बस स्टैंड बाईपास शहर के आदि स्थानों पर बालू गिट्टी विक्रेताओं सड़क पर अपना कब्जा जमाए रखा है और इनके सड़क किनारे कब्जों से कई बार हादसे भी हो चुके पर इन हादसों से बालू गिट्टी विक्रेता कोई सबक लेना नहीं चाहते और ना ही उन्हें कोई फर्क पड़ता क्योंकि उन्हें पैसों से मतलब है लोगों की जिंदगी से नहीं_।
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