(पब्लिक स्टेटमेंट न्यूज)06/08/19 कानपुर से उठी थी अनुच्छेद 370 हटाने की आवाज, 1952 में जनसंघ के अधिवेशन में पारित हुआ था प्रस्ताव।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की आवाज बुलंद करने वालों से कानपुर का भी रिश्ता जुड़ा है। 29 दिसंबर 1952 को यहां आयोजित जनसंघ के अधिवेशन में प्रस्ताव पारित किया गया था कि देश में दो विधान, दो निशान और दो प्रधान नहीं होने चाहिए।
उस अधिवेशन में काफी संख्या में कनपुरियों ने भी हिस्सा लिया। सांसद सत्यदेव पचौरी ने कहा कि सरकार का यह ऐतिहासिक फैसला है। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद अब देश के दूसरे राज्यों के लोगों का कश्मीर से गहरा रिश्ता जुड़ गया है।
यह गर्व करने का क्षण है। इसी तरह कैबिनेट मंत्री महाना ने भी इस देश का सबसे बड़ा फैसला बताया। भाजपा नेता दिवाकर शर्मा ने कहा कि जनसंघ के उस अधिवेशन में पास हुआ प्रस्ताव आज लोग याद करके काफी गौरवान्वित हो रहे हैं, जो सपना इतने वर्ष पूर्व देखा गया था वह पूरा हुआ।..
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