पाली(हरदोई) सरकार की मंशा पर खरे उतरते हुए व नागरिकों के हितों को देखते हुए कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव में लगातार कार्य कर रही नगर पंचायत अध्यक्ष दीपा अवस्थी ने बताया कि नगर पंचायत हर वार्ड में घर घर सुविधा उपलब्ध कराने की सूची जारी कर सभी को भेज चुकी है।ताकि हर नागरिक लॉक डाउन व्यवस्था का पालन अपने घर पर रहते हुए परिवार को इस जानलेवा महामारी से बचाने की कोशिश करे।इस सुविधा में पालिका कर्मचारियों द्वारा एक फोन कॉल पर आवश्यक वस्तुओं को नागरिकों के दरवाजे पर भेजने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।जिसका सभी लोग लाभ उठाकर कोरोना के विरुद्ध निर्णायक जंग लड़ कर नगर को समृद्ध बनाने की दिशा में अपना योगदान दें।
जिससे नगर का कोई भी व्यक्ति दिए गए नम्बरों पर फोन कर मनचाही बस्तु घर पर ही मंगा सकता हैं। अगर चिन्हित दुकानदार घर सामान पहुंचाने से मना करता हैं तो कंट्रोल रूम के नम्बर पर फोन कर सकता हैं। शनिवार को पाली के रामनगर के युवक ने फलों को घर मंगवाया लेकिन दुकानदार ने घर पर लाने से इंकार कर दिया। जिसके बाद उस युवक ने कंट्रोल रूम के नम्बर पर अपनी समस्या बताई। जिसके बाद स्वयं ईओ पाली अवनीश कुमार शुक्ला नगर पंचायत कर्मियों के साथ फल लेकर युवक के दरबाजे पर पहुंच गए।
पाली नगर के रामनगर मोहल्ला निवासी आकिब ने शनिवार को घर घर सुबिधा के तहत अपने चिन्हित दुकानदार को फोन कर केला और अंगूर घर भेजने को कहा। लेकिन दुकानदार ने इन चीजों को घर पर लाने से इंकार कर दिया। जिसके बाद आकिब ने कंट्रोल रूम फोन कर अपनी समस्या बताई। आकिब का कहना हैं कि जब लॉकडाउन में घर से नहीं निकल सकता तो घर घर सुबिधा कार्यक्रम के तहत आवश्यक बस्तुओं को घर पर मंगाना उसका अधिकार हैं। और इसी अधिकार का उसने उपयोग किया हैं।
जिसके बाद नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी अवनीश शुक्ला नगर पंचायत कर्मियों के साथ केला व अंगूर लेकर आकिब के घर पहुंच गए। ईओ ने बताया कि पाली में अधिकतर लोग घर घर सुबिधा कार्यक्रम का दुरुपयोग कर रहे हैं। कुछ लोग दो से चार रुपये का सामान भी घर पर ही मंगा रहे हैं। जबकि नगर के लोगो का कहना हैं कि घर घर सुबिधा कार्यक्रम को बिना किसी तैयारी के शुरू कर दिया गया। दुकानदारों का चिन्हांकन भी गलत तरीके से किया गया हैं। जिन दुकानदारों का चिन्हांकन किया गया उनके पास घर घर आवश्यक बस्तुओं को पहुंचाने के लिए कर्मचारी ही नहीं हैं। जिससे घर घर सुबिधा कार्यक्रम को फ्लॉप होता दिखाई दे रहा हैं। वहीं चिन्हित विक्रेताओं के अलावा बिना ग्रीन पास के दूध की सप्लाई करने वालों को ईओ अवनीश शुक्ला ने रोककर पूंछतांछ की और लॉकडाउन के दौरान चिन्हित दुकानदारों के अलावा अन्य बिक्रेताओं पर कार्यवाई की चेतावनी दी।
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