पब्लिक स्टेटमेंट के लिए विष्णु चंसौलिया की रिपोर्ट। माधौगढ़ (जालौन) डिकोली स्थित गौशाला में भ्रष्टाचार के चलते हुई गौवंशों के मौत के मामले पर गौ सेवा आयोग के सदस्य ने औचक निरीक्षण करते हुए एक साथ कई कार्यवाही के संकेत दिए। एसडीएम के स्थानांतरण से लेकर ईओ और डिप्टी सीबीओ के वेतन रोकने की कार्यवाही कराने की कही। इसके अलावा शासन को उच्चस्तरीय जांच के लिए अवगत कराया जाएगा ताकि दोषी जेल जाएं।
गौशाला में 2 जून से लगातार गौवंशों की मौत हो रही है। नगर पंचायत प्रशासन से लेकर अध्यक्ष तक पूरे मामले में लिप्त हैं। 195 गौवंश दिखाकर उनका भूसा-चारा में गड़बड़झाला दिखाया गया और मिल बांटकर सभी ने शासन से आया धन डकार लिया। जिसके कारण गौवंशों की भूंख और बीमारी से मौत हुई। 2 मई से मामला तूल पकड़े हुए था,जिसको लेकर गौसेवा आयोग के सदस्य कृष्ण कुमार सिंह 'भोले सिंह' ने मौके पर जांच की तो प्रथम दृष्टया तमाम खामियां मिली। कपिला पशु आहार से लेकर अन्य व्यवस्थाओं पर भारी कमी थी।
जिस पर उन्होंने एसडीएम सालिकराम का स्थानांतरण, ईओ और डिप्टी सीबीओ के वेतन रोकने व पूरे मामले पर विभागीय कार्यवाही के आदेश दिए। हालांकि इसके पहले 3 दिन के अंदर जांच की जाएगी,उसके आधार पर एफआईआर भी की जाएगी। उनके साथ बजरंग दल के जिलाध्यक्ष मनुराज तिवारी भी साथ थे।
इनसेट गौसेवा आयोग के सदस्य कृष्ण कुमार सिंह ने गौशाला के लिए भाजपा चैयरमेन राजकिशोर गुप्ता के द्वारा किये गए टेंडरों में भृष्टाचार और कमीशनबाजी के मामले पर भी जांच कराई जाएगी और दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा,कहकर योगी सरकार के मंसूबे स्पष्ट कर दिए।
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