आज 8 जनवरी 2021 कानपुर।सीएए/एनआरसी के विरोध में पिछले वर्ष बगाही ईदगाह थाना बाबू पुरवा में हुए प्रदर्शन में पुलिस द्वारा आम जनता पर गोली चलाई गयी थी,जिसमें 3 लोगों की मौत हो गयी थी और कई लोग घायल हुए थे।इस गोलीकांड के तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर भी मौजूद है गोलीकांड के बाद पुलिस द्वारा शहर के सैकड़ो बेकसूर आम लोगों पर हत्या,रासुका,जैसी संगीन धाराओं में केस दर्ज किए गये है।और उन्हें जेल भेज दिया गया है बहुत से बेकसूर जेल चले गये लिहाजा इस गोलीकांड की रिटायर्ड जज या एस आई टी द्वारा जांच कराई जाना चाहिये ताकि निष्पक्ष जांच हो सके शहर के सभी उलेमा, इमाम व समाजसेवी इस ज्ञापन के माध्यम से अनुरोध करते हैं कि बेकसूर लोगों पर दर्ज किए केस व इस गोलीकांड की जांच एस आई टी द्वारा कराई जाए ताकि बेकसूर लोगों को रिहाई मिल सके।और साथ ही उक्त विषय के सम्बंध में मध्यप्रदेश मंदसौर में स्थित मस्जिद पर भगवा संगठनों द्वारा किया गया आतंकी हमला 1992 में बाबरी मस्जिद पर हुए हमले की याद दिलाता है, जोकि बेहद निंदनीय है।मस्जिद पर हुए हमले से देश के 20 करोड़ मुसलमानों की धार्मिक भावना आहत हुई है।वहीं दूसरी ओर एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा अजमेर में स्थित दरगाह महान सूफी हजरत ख्वाजा गरीब नवाज़(रह0अ0) के बारे में अपशब्द व बेहुदा बातें करके उनका अपमान कर रहा है।ऐसा वीडियो जानबूझ कर वायरल किया गया है ताकि गरीब नवाज़ में आस्था रखने वाले करोड़ो देशवासियों की भावना को ठेस पहुंचा कर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की सोची समझी साजिश है,जोकि बर्दाश्त के काबिल नहीं है हजरत ख्वाजा गरीब नवाज़(रह0अ0)के उर्स के मौके पर हर वर्ष हुकूमत की जानिब से चादर पेश की जाती है और देश में आपसी भाईचारा का संदेश दिया जाता है इसलिए ट्विटर पर आपत्ति जनक वीडियो डालने वाले अज्ञात व्यक्ति *@babhatibjp* (भूपेन्द्र भास्करादित्य सिंह भाटी राजपूत)को गिरफ्तार कर जेल भेजने में देरी नहीं करनी चाहिये।अमन के दुश्मन देश मे माहौल खराब कर हिन्दु मुस्लिम में नफरत पैदा कराना चाहते हैं।जिस पर लगाम अति आवश्यक है।शहर के सभी उलेमा इस ज्ञापन के माध्यम से देश की सुरक्षा, एकता,भाईचारा को दृष्टिगत रखते हुए दोनों मामलों में कानूनी कार्यवाही की मांग करते हैं।
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